आपको बता दें कि लाल चंदन जिसे अंग्रेजी में Red Sandalwood कहते हैं, भारत के कुछ हिस्सों में ही मिलता है। इस पेड़ की लकड़ी लाल रंग की होती है और इसका इस्तेमाल आयुर्वेद, फर्नीचर और सजावट में होता है। इसकी खुशबू और रंग इतने खास होते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी भारी डिमांड रहती है। लाल चंदन को उगाना आसान नहीं होता, लेकिन एक बार तैयार हो जाए तो मालिक की किस्मत बदल सकता है।
चंदन के कई उपयोग हैं, जिनमें धार्मिक अनुष्ठान, त्वचा की देखभाल, पारंपरिक चिकित्सा और खाद्य पदार्थों में स्वाद के लिए उपयोग शामिल हैं। यह त्वचा के लिए एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में कार्य करता है, मुंहासे और सनबर्न जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। इसका उपयोग तनाव कम करने और मानसिक शांति के लिए भी किया जाता है, साथ ही इसका उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं और उत्पादों में भी होता है। अपने खेत का चयन करे किसान कंपनी की आधुनिक तकनिकी से दस से बारह बारह साल में करे करोडो की कमाई